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भ्रष्टाचार में फंसे BAP विधायक के दो अन्य साथी गिरफ्तार
By Lokjeewan Daily - 06-05-2025

जयपुर। राजस्थान के बागीदौरा (बांसवाड़ा) से भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने विधायक से जुड़ी रिश्वत की रकम—20 लाख रुपए—को जयपुर स्थित एक घर की जमीन में दबा हुआ बरामद किया है। यह पैसा कथित तौर पर पटेल ने रिश्वत के रूप में लिया था, जिसे उन्होंने अपने भांजे और फिर अन्य रिश्तेदारों के जरिए छिपाने की कोशिश की।

ACB ने 4 मई को जयकृष्ण पटेल के सरकारी आवास पर छापा मारा था। इस दौरान एक व्यक्ति वहाँ से रुपयों से भरा बैग लेकर फरार हो गया। इसके बाद ACB ने मोबाइल सर्विलांस की मदद से विधायक के रिश्तेदार जसवंत को पकड़ा। पूछताछ में जसवंत ने खुलासा किया कि उसने वह रकम जयपुर के प्रतापनगर स्थित इंदिरा गांधी नगर में रहने वाले अपने परिचित जगराम को दे दी थी।
ACB टीम ने जसवंत को साथ लेकर जगराम के घर पर दबिश दी, जहां जमीन खोदकर 20 लाख रुपए बरामद किए गए। पूछताछ में पता चला कि पैसे विधायक ने पहले अपने भांजे रोहित को सौंपे थे। रोहित ने जसवंत को कहा कि जगराम को यह रकम दे दे और उसे कहीं सुरक्षित छिपा दे। जगराम और जसवंत ने मिलकर पैसे को जमीन में गाड़ दिया।
कोर्ट में नंगे पैर पहुंचे विधायक
सोमवार को ACB की टीम जयकृष्ण पटेल को जयपुर स्थित भ्रष्टाचार निरोधक अदालत में पेश करने ले गई। इस दौरान वे नंगे पैर नजर आए। पुलिस अधिकारियों के अनुसार वकीलों की हड़ताल के चलते जब उन्हें कोर्ट रूम की ओर पैदल लाया जा रहा था, तभी उनकी चप्पल टूट गई, जिससे वे बिना चप्पल के कोर्ट पहुंचे। हालांकि, लौटते वक्त उनके लिए चप्पल की व्यवस्था कर दी गई थी।
कोर्ट ने दो दिन की रिमांड पर भेजा
कोर्ट में पेशी के बाद न्यायालय ने विधायक जयकृष्ण पटेल और उनके चचेरे भाई को दो दिन की रिमांड पर ACB को सौंप दिया। कोर्ट से बाहर निकलते वक्त पटेल ने मीडिया से कहा, "मुझे फंसाया जा रहा है, मैंने कुछ नहीं किया।"
ACB की कार्रवाई जारी : विधायक की गिरफ्तारी के बाद ACB ने विधायक क्वार्टर के सभी सीसीटीवी फुटेज को सीज कर दिया है। साथ ही सर्वर रूम की फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) से जांच कराई जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि छापे से पहले कोई वीडियो हटाया गया या नहीं।
भ्रष्टाचार के इस मामले ने राज्य की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है। ACB की आगे की जांच यह तय करेगी कि इस गहरे भ्रष्टाचार में और कौन-कौन शामिल है।

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