It is recommended that you update your browser to the latest browser to view this page.

Please update to continue or install another browser.

Update Google Chrome

वर्दी ने हमें आमजन की सेवा का सुनहरा अवसर दिया" : डॉ. मेहरड़ा
By Lokjeewan Daily - 30-06-2025

जयपुर। राजस्थान पुलिस अकादमी के परेड ग्राउंड में सोमवार को महानिदेशक पुलिस डॉ. रविप्रकाश मेहरड़ा के सम्मान में एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उनके परिवार के सदस्य पत्नी हर्षला, बड़ी बेटी अनुकांक्षा, दामाद अटल, छोटी बेटी अनीशा और पुत्र अदित भी शामिल हुए।
समारोह में पुलिस की आठ टुकड़ियों ने हिस्सा लिया, जिनमें दो आरपीएस प्रशिक्षु, एक हाड़ी रानी महिला बटालियन, तीन प्रशिक्षु महिला आरक्षक और चौथी और पांचवी बटालियन शामिल थे। जिसकी अगुवाई प्रशिक्षु आरपीएस मदन ढाका, प्रियंका, डॉ नेहा, मनीष, विनोद, प्रदीप, रामकुमार और दीपेंद्र ने की जबकि परेड कमांडर की भूमिका प्रशिक्षु आरपीएस ओम प्रकाश गोदारा ने निभाई।

सोमवार प्रातः आरपीए परेड ग्राउंड पर डीजीपी के आगमन पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। मंच पर पहुंचकर परेड कमांडर गोदारा के आह्वान पर डॉ. मेहरड़ा ने परेड का निरीक्षण किया, जिसके बाद सेंट्रल बैंड की मधुर धुन पर कदम से कदम मिलाते हुए सभी टुकड़ियों ने उन्हें सलामी दी।

डॉ. मेहरड़ा का भावुक उद्बोधन

अपने उद्बोधन में महानिदेशक डॉ. मेहरड़ा ने अपने पुलिस करियर के अनुभवों को साझा करते हुए भावुकता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि हर आईपीएस अधिकारी का सपना होता है कि वह इस पद को संभाले, और उन्हें यह मौका मिलने पर वे राज्य सरकार, सहकर्मियों और शुभचिंतकों के आभारी हैं। डॉ. मेहरड़ा ने बताया कि जीवन अनुभवों का एक गुलदस्ता है, जिसमें खुशबू के साथ कांटे भी होते हैं। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को नेतृत्व प्रदान करने, अधीनस्थों का मनोबल बढ़ाने और उनके कल्याण के लिए योजना बनाने व उसे क्रियान्वित करने की सलाह दी। उन्होंने 35 वर्षों की सेवा से मिली आत्म-संतुष्टि और शुभकामनाओं के लिए आभार व्यक्त किया।

"वर्दी का सम्मान और नई चुनौतियाँ"

डॉ. मेहरड़ा ने वर्दी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसने उन्हें आमजन की सेवा करने और पीड़ितों को तत्काल राहत पहुँचाने का सुनहरा अवसर दिया है। उन्होंने पुलिसकर्मियों से वर्दी के आदर्शों और उसूलों का सम्मान करने के लिए व्यक्तिगत कष्टों और नुकसान से परे होकर आंतरिक मूल्यांकन करने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी जोर दिया कि पुलिसकर्मियों को नई चुनौतियों का सामना करने के लिए खुद को अपग्रेड करना होगा और अपनी तकनीकी दक्षता बढ़ानी होगी। अंत में उन्होंने सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया।

इस गरिमामय समारोह में डीजीपी अनिल पालीवाल, मालिनी अग्रवाल, संजय अग्रवाल, अशोक राठौर, रिटायर्ड डीजीपी के एस बैंस, अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एस सेंगाथिर, बिनीता ठाकुर, संजीव नार्जारी, विशाल बंसल, दिनेश एमएन सहित जयपुर कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ जैसे कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

अन्य सम्बंधित खबरे